Taj Mahal History: ताजमहल के इतिहास के बारे में क्या ये सब जानते है आप ?

आज के इस लेख में हम आपको ताज महल के इतिहास और उसके रोचल तथ्यों के बारे में बात करेंगे. तो चलिए जानते है Taj Mahal history से जुडी कुछ बातें.

Taj Mahal History: ताजमहल के इतिहास के बारे में क्या ये सब जानते है आप ?
Taj Mahal History: ताजमहल के इतिहास के बारे में क्या ये सब जानते है आप ?
Advertisements

Taj Mahal history in Hindi: ताजमहल के बारे में कौन नहीं जानता क्योंकि ताजमहल न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है. बल्कि यह प्यार करने वालों के लिए यह एक मिसाल के तौर पर भी देखा जाता है. ताज महल को दुनिया के आश्चर्यों में भी शामिल भी किया गया है. आज के इस लेख में हम आपको ताज महल के इतिहास और उसके रोचल तथ्यों के बारे में बात करेंगे. तो चलिए जानते है Taj Mahal history से जुडी कुछ बातें.

ताजमहल का इतिहास – Taj Mahal History  in Hindi

  1. देश की राजधानी दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित एक नायाब मकबरा है. मुग़ल सम्राट शाहजंह ने इसे अपनी बेगम मुमताज की मौत के बात उसकी याद में बनवाया था.
  2. ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ था. ताज महल के निर्माण के लिए बग़दाद, बुखार शहर और तुर्की में रहने वाले कारीगरों को बुलाया गया था जो अलग-अलग तरह के कामों में दक्ष थे. कोई पत्थर पर फूलों को नक्काशी करने में दक्ष था तो कोई मीनारों के निर्माण के लिए योजना बनाने में.
  3. Taj Mahal के निर्माण के लिए पहले महीनो में 37 कमाल के कारीगरों का चयन किया गया और फिर उनके नेतृत्व में 20 हजार मजदूरों के साथ ताज का निर्माण शुरू किया गया.
  4. ताजमहल में इस्तेमाल की गयी सामग्री में से बहुत सी सामग्री को भारी कीमतों में खरीद कर विदेशों से मंगवाया गया था. राजस्थान के मकराना से संगमरमर के पत्थर को ले जाया गया. कीमती पत्थर और रत्न बग़दाद शहर से मंगवाए गये थे. ताज का मुख्य गुम्बंद करीब 60 फीट ऊँचा और 80 फीट चौड़ा है और इस तरह करीब 22 वर्षों के कड़ी मेहनत के बाद ताजमहल (Taj Mahal) का काम पूरा हुआ.
  5. ऐसा कहा जाता है कि, ताजमहल के निर्माण में करीब 28 तरह के कीमती रत्न और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था. जिसे अंग्रेजो ने निकाल लिया था.
  6. ताजमहल (Taj Mahal) के चारों और बनी चार मीनारें करीब 41.6 मीटर ऊंची है. जिन्हें हल्का बाहर की तरफ झुकाव दिया गया है. क्योंकि अगर किसी भी तरह के प्राकृतिक आपदा के समय वो गिरे तो मकबरे के ऊपर नहीं बल्कि बाहर की और गिरे.

क्या है ताजमहल पर विवाद ?

ताजमहल (Taj Mahal) के बारे में अनेक प्रकार के विवाद समय-समय पर होते रहे है. हिन्दू पक्ष के लोग इसे मकबरा नहीं कहके शिव मंदिर होने का दावा करते है. वे मानते है कि इसका नाम तेजोमहालय था. पी एन ओक नाम के एक लेखक ने ताजमहल पर एक पुस्तक लिखी है “ताज इस ए हिन्दू टेम्पल“, जिसमे उन्होंने बहुत सी दलीलें देकर यह साबित करने की कोशिश की है कि ताजमहल एक हिन्दू मंदिर था और यह देश भर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक था.

Advertisements

जिसे मुग़ल सम्राट शाहजंह ने कब्जा करने के बाद इसे मकबरे के रूप में परिवर्तित कर दिया. लेकिन यह अभी तक महज एक विवाद भर है. हालाँकि ताजमहल न केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती की वजह से अपनी एक अलग पहचान बना चुका है. यहाँ पर हर साल लोग देश -विदेश से बहुत से सैलानी आते है और अपने प्यार का इजहार करते है.

लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य से जुड़े ख़बरों को पढ़ने के लिए बनें रहें न्यूज़ ट्रेंड्ज़ के साथ. फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @News Trendz और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @News Trendz पर क्लिक करें.

Advertisements

Updated on October 29, 2022 11:11 pm

News Trendz

News Trendz पर आप स्वास्थ्य टिप्स, भारत के इतिहास, टेक्नोलॉजी, सरकारी योजना, लाइफस्टाइल और रोचक तथ्य से जुड़े कई लेख पा सकते हैं.

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *