Red Fort Interesting Facts: बात जब दिल्ली शहर की हो तो कहीं न कहींं जहन में लाल किले का ख्याल जरुर आता है. लाल किला का निर्माण 1639 में मुगल सम्राट शाहजहाँ ने करवाया था. अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने कुछ बेहतरीन वास्तुशिल्प बनवाई थी. लाल रंग से सजी हुई खूबसूरत ईमारत मानो हमारे देश की प्रतिभा और शक्ति की मिसाल बने खड़ी हो. लाल किले के सामने खड़े होने के बाद हमारा मन उत्साह और गर्व महसूस होता है. लेकिन क्या यह बेशकीमती ईमारत हमेशा से ऐसी ही थी जैसा हम आज इसे देख रहे है. आज के इस लेख में हम आपको लाल किले के बारे कुछ रोचक तथ्य के बारे में बात करेंगे. तो चलिए शुरू करते है.
Red Fort History In Hindi | लाल किला का इतिहास
स्थान | दिल्ही शहर |
दिल्ली का किला | लाल किला |
अवस्था | देखने योग्य |
निर्मणा समय | 1639 |
निर्माता | बादशाह शाहजहाँ द्वारा निर्मित |
सामग्री | लाल बलुआ पत्थर |
प्रकार किला | औपचारिक और राजनीतिक केंद्र |
नियंत्रक | भारतीय पुरातत्व विभाग, भारत सरकार |
Red Fort Interesting Facts in Hindi | लाल किला के रोचक तथ्य
- लाल किले का रंग हमेशा से लाल नहीं था. दरअसल यह सफ़ेद रंग के चूना पत्थर से बनाया गया था. लेकिन काफी समय के बाद जब पत्थर की सफ़ेद परत उतरने लगी तो अंग्रेजो ने इसको लाल रंग से रंगवा दिया था.
- लाल किले को पहले किला-ऐ-मुबारक के नाम से जाना जाता था.
- लाल किले को आकार और खूबसूरती देने में तक़रीबन 10 साल का समय लग गया था.
- देश की बेशकीमती कोहिनूर हीरा लाल किले से देश पर राज कर रहे शाहजहां के सिंघासन का एक हिस्सा था. इस हीरे को बाद में अंग्रेजो ने हथिया लिया था.
- इस स्मारक के मुख्य आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद और उस्ताद हामिद थे इन्होने ही पूरे किले को इतना खूबसूरत और मजबूत आकर दिया था.
- किले के 2 प्रमुख दरवाजों में से एक का नाम लाहौर गेट दिया गया था. क्योंकि इस दरवाजे का मुख लाहौर की ओर था और उस समय पाकिस्तान और भारत एक ही देश हुआ करते थे.
- ऊंचाई से देखने पर किले की आकृति अष्टभुज के सामान दिखाई पड़ती है.
- पहले स्वतंत्रता दिवस से लेकर आज तक देश के प्रधानमंत्री लाल किले से देश की जनता को सम्बोधित करते है.
- बहादुर शाह जफर लाल किले से राज करने वाले आखिरी मुग़ल शासक थे. जिनको बाद में ब्रिटिश सरकार ने राजद्रोह करने का दोषी करार भी दिया था.
- 2007 में लाल किले को यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया जा चुका है.
रोचक ख़बरों को पढ़ने के लिए बनें रहें न्यूज़ ट्रेंड्ज़ के साथ. फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @News Trendz और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @News Trendz पर क्लिक करें.
Updated on October 23, 2022 9:17 pm